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सदा हंसमुख रह कर मधुर बोलो

सदा हंसमुख रह कर मधुर बोलो
जीवन में सुखी होने का महत्त्वपूर्ण एक सरल उपाय है, सदा हँसमुख रहकर मधुर भाषण करना| मुस्कराहट एक जादू मोहिनी मंत्र है| सुन्दर वस्त्राभूषण की अपेक्षा हँसमुख सूरत विशेष आकर्षक है| हँसमुखी प्रसन्न महिला दूसरों का नहीं, स्वयं अपना ही भला करती है| इससे सदा मन हलका रहता है और स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता| तुम सदा हँसमुख-प्रसन्न रहने की आदत डालो| जिससे बोलो, हँसकर मिठास से बोलो| ताजे फूल की तरह खिला मुँह रखने की कला जो लड़की जानती है, वह सदा लोकप्रिय बन सुखी रहती है| सारा परिवार उसके वश में रहता है|

कागा का को लेत है, कोयल का को देत
मीठे वचन सुनाय के, मन सबको हर लेत
कर्कशा स्त्री जीवन का सबसे बड़ा दण्ड है| मृदु, कोमल, सहनशील और हँसमुखी नारी जीवन का सबसे बड़ा वरदान है| तेज जबान की स्त्री को कोई पति, कोई मनुष्य नहीं चाहता|

मदनसेना ! मैं कितनी ही स्त्रियों को जानती हूँ| उनका त्याग, तप, परिश्रम और सेवा उच्च कोटि की है; पर न वे सुखी हैं, न उनके पति या ससुराल के अन्य लोग सुखी हैं| कटु भाषिणी, झगड़ालु, कर्कशा नारी से सब जान बचा कर दूर भागते हैं| उससे घृणा करते हैं|

यह आलेख इस पुस्तक से लिया गया है
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1 Comment

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  1. Sugyan Modi
    मई 3, 2013 #

    सत्यवचन.सदाबहार मुस्कराहट परमप्रभु का अमोल उपहार है.इसे संभालकर जीना जीवन धर्म है.

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