1) मोर के पंख :- मोर के पंख को रखने से या हिलाने से सॉंप तथा छिपकली भाग जाती है|
2) काली मिर्च :- केसर की डब्बी में काली मिर्च के दाने डालने से नमी के कारण उसमें होनेवाली जीवोत्पत्ति रुक जाती हैं|
3) डामर की गोली :- कपडें, पुस्तकों की बैग, अलमारी वगैरह में डामर की गोली रखने से जीवों की उत्पत्ति नहीं होती|
4) पारा :- अनाज में पारे की गोली डालने से अनाज सड़ता नहीं तथा जीवोत्पत्ति होती नहीं|
5) एरंडी का तेल :- गेहूँ, चावल, मसाला आदि को यह तेल मसलने से जीव नहीं होते तथा उसकी गंध से चींटियॉं दूर चली जाती हैं|
6) घोडावज (एखंड) (वचा) :- पुस्तकों की अलमारी में एखंड रखने से जीवोत्पत्ति नहीं होती|
7) तमाकू :- कपड़े अथवा पुस्तकों की अलमारी में तमाकू के पत्ते रखने से जीवोत्पत्ति नहीं होती|
8) चूना :- उबाले हुए पानी में चूना डालने से वह पानी ७२ घंटे तक अचित्त रहता है| चूना पोतने से दीवारों पर जीव-जंतु जल्दी आते नहीं| लकड़ी के फर्नीचर पर पकाये, सूखे हुए चूने को घिसने से जीवोत्पत्ति नहीं होती|
9) डामर (कोल-टार) :- डामर के ऊपर निगोद की उत्पत्ति नहीं होती| इससे दीमक की उत्पत्ति भी रुकती है|
10) केरोसीन (मिट्टी का तेल) :- चमड़ी के ऊपर केरोसीन घिसने से मच्छर नहीं काटते| ज़मीन पर केरोसीनवाले पानी से पोंछा करने से चींटियॉं नहीं आती|
11) राख :- चींटियों की कतार के आस-पास राख डालने से वे चली जाती हैं| अनाज में राख मसलकर डब्बे में रखने से अनाज सड़ता नहीं|
12) कपूर :- कपूर की गोली की गंध से चूहे दूर भागते हैं तथा उनका आना-जाना, दौड़ना कम हो जाता है| कपूर का पाऊडर आजु-बाजू डाल देने से चींटी चली जाती हैं|
13) गंधारो वज :- लकड़ी की अलमारी में यह रखने से झिंगुर (कॉक्रोच) की उत्पत्ति नहीं होती|
14) कुंकु :- कुंकु डालने से चींटीयॉं चली जाती हैं|
15) हल्दी :- हल्दी डालने से चींटीयॉं चली जाती हैं|
16) गेरु (लाल रंग की मिटी) :- दीवार पर पोतने से दीमक नहीं होती |
17) रंग-वार्निश-पालिश :- लकड़ी पर निगोद और जीवोत्पत्ति रोकने हेतु करें|
18) गोबर के कंडे की राख :- अनाज में मिश्रित कर जीवोत्पत्ति रोकी जा सकती है|
19) बारीक जालीवाले खिड़की-दरवाजे :- खिड़की-दरवाजे में बारीक जाली वाले दरवाजे फीट करने से वे बंध होने पर हवा व प्रकाश तो मिलेगा लेकिन मच्छर, मक्खी आदि का प्रवेश नहीं हो पायेगा|
20) धूप :- सूखे नीम के पत्ते, सूखे आंकड़े के पत्ते, लोबान या कंद्रुप के धूप से मच्छर आदि जन्तु चले जाते हैं|
21) तुलसी :- तुलसी के पौधे के कारण मच्छर आदि जन्तु नहीं आते| तुलसी के सूखे पत्तों का चूर्ण एवं कपूर का चूर्ण मिलाकर छिड़कने से चींटियॉं भाग जाती हैं|
22) फिटकरी :- फिटकरी एवं हल्दी का पावडर मिलाकर छिड़कने से चींटियॉं चली जाती हैं| चूहे के बिल के पास ङ्गिटकरी का पावडर रखने से चूहा भाग जाता है|
23) सेंधा नमक :- चींटियों के निवारण के लिये सेंधा नमक अकसीर है|
24) चंदन :- चींटियों के मार्ग में चंदन का टुकड़ा रखने से चीटियॉं अपना रास्ता बदल देती हैं|
25) पुदीने के पत्ते :- पुदीने के पत्तों से चूहे नहीं आते|
26) नमक :- नमक भरने से कपाट में उधई (दीमक) नहीं लगती|
27) संतरे की छाल :- संतरे की छाल का धुंआँ करने से मच्छर दूर हो जाते हैं| संतरे की छाल का तेल शरीर पर लगाने से मच्छर नहीं काटते|
28) चाय की पत्ती :- उपयोग के बाद बची हुई चाय की पत्ती को सुखाकर उसका धुंआ करने से मच्छर दूर हो जाते हैं|
29) सूखे नीम के पत्ते :- अनाज, कपडों, पुस्तकों आदि में रखने से जीवों की उत्पत्ति नहीं होती|
Uttam.