एगो मे सासओ अप्पा नाणदंसणसंजुओ
दुःख पाप से मिलता है|
भगवान जगत को बनाते नहीं हैं|
भगवान जगत को दिखाते हैं|
आत्मा अनादिकाल से है|
आत्मा अनादिकाल से कर्मबद्ध है|
संसार अनादिकाल से है|
कर्म से संसार है|
कर्म से ही जन्म-मरण है|
भगवान मोक्ष में से वापिस संसार में नहीं आते हैं|
आत्मा अविनाशी है|
सम्यग्ज्ञान और सम्यग्चारित्र से ही मोक्ष मिलता है|
हरेक भव्य आत्मा परमात्मा हो सकती है|
मोक्ष में आत्मा को अनन्त सुख और आनन्द होता है|
मोक्ष में किसी भी प्रकार का दुःख नहीं है|
यह आलेख इस पुस्तक से लिया गया है
सत्यबोध !!!