1 0 Tag Archives: आनन्दघन पद
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अवधू ! आज सुहागन नारी

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आज सुहागन नारी अवधू ! आज सुहागन नारी,
मेरे नाथ आप सुध लीनी कीनी निज अंगचारी.

…सुहा.१

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निशदिन जोवुं वाटडी

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निशदिन जोवुं वाटडी घर आवो रे ढोला,
मुज सरिखी तुज लाख हैमेरे तू ही ममोला.

…निशदिन.१

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मेरे घट ग्यान भानु भयो भोर

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मेरे घट ग्यान भानु भयो भोर
मेरे घट ग्यान भानु भयो
भोर चेतन चकवा चेतना चकवी,
भागो विरह को सोर…
मेरे घट ग्यान भानु भयो भोर.

…१

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दुलह नारी तुं बडी बावरी

Listen to दुलह नारी तुं बडी बावरी

दुलह नारी तुं बडी बावरी
पिया जागे तुं सोवे
पिया चतुर हम निपट अग्यानी
न जानु क्या होवे?
न जानु क्या होवे?

…दुलह.१

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देखो एक अपूरव खेला

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देखो एक अपूरव खेला,
आपही बाजी आपही बाजीगर
आप गुरु आप चेले

…देखो.१

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साधो भाई ! समता रंग रमीजे

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साधो भाई ! समता रंग रमीजे,
अवधू ! ममता संग न कीजे,
साधो भाई ! समता रंग रमीजे.
संपत्ति नाहि नाहि ममता में रमता राम समेटे,
खाट पाट तजी लाख खटाउ अंत खाख में लेटे.

…साधो.1

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मेरी तुं मेरी तुं कांही डरेर

Listen to मेरी तुं मेरी तुं कांही डरेर

मेरी तुं मेरी तुं कांही डरेर, मेर
कहे चेतन समता सुनि आखर, और दैढ दिन जूठ लरेरी.

…मेरी.१

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मेरे प्रान आनन्दघन

Listen to मेरे प्रान आनन्दघन

मेरे प्रान आनन्दघन तान आनन्दघन ॥ ए आंकणी॥
मात आनन्दघन, तात आनन्दघन
गात आनन्दघन, जात आनन्दघन

…मेरे.१

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तेरी हुं तेरी हुं कहुं री

Listen to तेरी हुं तेरी हुं कहुं री

तेरी हुं तेरी हुं कहुं री,
इन बातमें दगो तुं जाने
तो करवत काशी जाय ग्रहुं री.

…तेरी.१

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क्यारे मुने मिलश्ये

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क्यारे मुने मिलश्ये माहरो संत सनेही?
क्यारे मुने मिलश्ये माहरो संत सनेही?
संत सनेही सुरीजन पाखे राखे न धीरज देही
क्यारे मुने मिलश्ये माहरो संत सनेही?

…क्यारे.१

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